अंदरखाने जारी है बड़ी सियायत..भावी रणनीति के मिले संकेत

‘राजस्थान कांग्रेस’ में बड़े बदलाव के आसार..लेकिन डोटासरा की दो टूक; मैं ही अध्यक्ष हूं! 


आने वाले दिनों में कांग्रेस में जल्द होगा बड़ा संगठनात्मक बदलाव, निष्क्रिय पदाधिकारियों की छुट्टी तय, कांग्रेस की कार्य समिति की बैठक में संगठन और बीजेपी विरोध की रणनीति पर मंथन

फिलहाल विधानसभा भी नहीं जाएंगे डोटासरा; बोले-जब जाऊंगा तभी सब बताऊंगा; बैठक में शामिल नहीं हुए पूर्व सीएम गहलोत


प्रभारी रंधावा बोले- टिकट न बदलने की गलती के कारण सरकार बनाने से चूके; स्टैंड नहीं ले सके, नेता प्रतिपक्ष के विवाद को भी बताया गैरजरूरी


जयपुर। प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को साधने की योजना तैयार करने के लिए एक बड़ी बैठक की। कांग्रेस की कार्य समिति की बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों के अलावा, भजनलाल शर्मा सरकार के खिलाफ आंदोलन और प्रदर्शन की रणनीति पर चर्चा हुई। हालांकि, पूर्व सीएम अशोक गहलोत इस बैठक में शामिल नहीं हुए। जयपुर के तोतुका भवन में हुई इस बैठक में राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई नेता मौजूग रहे. बैठक के बाद प्रभारी रंधावा ने कहा, ‘हम सरकार में आने से चूक गए और चूक हमसे हुई। हमने लोगों की बातों में आकर टिकट नहीं बदले। अगर हमने टिकट बदल दिए होते तो आज हम भी सरकार में होते। मेरी गलती थी कि मैं स्टैंड नहीं ले पाया। अगर स्टैंड ले पाया होता तो हम सरकार में भी होते।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री हर बार कुछ नया बोलते हैं लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं वह चीन पर क्यों नहीं बोलते? किसानों पर क्यों नहीं बोलते? राजस्थान से सटे भारत-पाक बॉर्डर से लगातार पाकिस्तान तस्करी के जरिए हथियार और नशा भेजता है, उस पर कार्रवाई क्यों नहीं करते? राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा हाल ही में राजस्थान पुलिस के डीजीपी के घर उनसे मिलने पहुंचे थे। इसको लेकर कांग्रेस नेता रंधावा ने कहा, ‘किरोड़ी लाल मीणा ने कैबिनेट स्तर का दर्जा गिराने का काम किया है। डीजीपी के यहां मंत्री को नहीं पहुंचना चाहिए, बल्कि डीजीपी को मंत्रियों के पास पहुंचना चाहिए। राजस्थान में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। बीजेपी सरकार नहीं चला पा रही।’


डोटासरा बोले-फिलहाल मैं ही अध्यक्ष, बाकी सब तो डायलॉगबाजी
वहीं, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संगठन में बदलाव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। हम संगठन में मजबूत टीम को लेकर आएंगे। फिलहाल तो मैं ही पीसीसी अध्यक्ष पद पर हूं। बाकी तो डायलॉग बाजी चलती रहती है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, ‘सदन से लेकर सडक़ तक हम लगातार सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं। सदन में मंत्री जवाब तक नहीं दे पा रहे है। मुख्यमंत्री तक जवाब नहीं दे पा रहे हैं।’ किरोड़ी लाल मीणा को लेकर टीकाराम जूली ने कहा, ‘शायद वह पर्ची बदलवाना चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा संभव हो नहीं पा रहा। एक मंत्री डीजीपी के पास जा रहा है इसे बेकार क्या हो सकता है।’


निष्क्रिय पदाधिकारियों को किया जाएगा बाहर, नई जिला इकाइयों का प्रस्ताव प्रस्तुत
डोटासरा ने कहा कि जो पदाधिकारी बिना कारण लगातार तीन बैठकों में अनुपस्थित रहेंगे, उन्हें पदमुक्त कर सक्रिय कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा। वहीं, प्रदेश में प्रशासनिक तौर पर गठित आठ नए जिलों और अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में नई जिला कांग्रेस इकाइयों के गठन का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर एआईसीसी को अनुमोदन के लिए भेजा गया। बैठक में फैसला लिया गया कि उन विधानसभा क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा है। डोटासरा ने बताया कि 200 समन्वयकों की नियुक्ति की जा चुकी है, जो ब्लॉक और मंडल स्तरीय बैठकों की निगरानी करेंगे और अनुपस्थित पदाधिकारियों की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को देंगे। साथ ही, एक महीने के भीतर सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए जाएंगे।


डोटासरा का बड़ा बयान, फिलहाल नहीं जाएंगे सदन; रास नहीं आई माफी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में उन्हें लेकर छिड़े विवाद पर फिर बयान दिया। पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर टिप्पणी के बाद स्पीकर से टकराव के चलते डोटासरा सहित अन्य पांच कांग्रेसी विधायकों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। सदन में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की माफी के बाद निलंबन निरस्त तो हो गया, लेकिन डोटासरा को माफी रास नहीं आई। इसके बाद से ही वे विधानसभा नहीं जा रहे हैं। डोटासरा ने इस मुद्दे पर फिर से बयान दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि वह फिलहाल विधानसभा नहीं जाएंगे। डोटासरा बोले कि जब भी वह विधानसभा जाने का फैसला करेंगे, उस दिन मीडिया के सामने अपनी पूरी बात रखेंगे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राजस्थान सरकार के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अब पूरी तरह से भूचाल आ गया है। उन्होंने कहा कि इसी कारण यह बैठक बुलाई गई है और सभी नेता इसमें भाग ले रहे हैं।


नेता प्रतिपक्ष और अध्यक्ष के बीच कोई नाराजगी नहीं, भाजपा पहले अपना घर संभाले: रंधावा

प्रदेश प्रभारी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा के बीच कोई नाराजगी नहीं है। विधानसभा सत्र के दौरान हुई घटनाओं की हर रिपोर्ट दोनों नेता मुझे दे रहे थे। नेता प्रतिपक्ष ने माफी मांगने का जो फैसला लिया था, वह भी डोटासरा की सहमति से लिया गया था। हमारा मकसद यही था कि विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चले। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस मजबूत है, लेकिन कुछ सीटों पर पार्टी कमजोर है। उन क्षेत्रों में हमें सभी को साथ लेकर काम करना होगा। रंधावा ने कहा कि कांग्रेस एकजुट और मजबूत है, जबकि भाजपा को पहले अपना घर संभालना चाहिए। यह पर्ची से बनी हुई सरकार है, जहां न मंत्रियों की चल रही है और न ही मुख्यमंत्री की।