अजमेर में एक साले ने अपने जीजा की हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। मृतक के मुंह से खून निकल रहा था, लेकिन साले ने पुलिस को बताया कि उसके जीजा नशे की हालत में थे और भूख, प्यास व गर्मी के कारण उनकी मृत्यु हुई है। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाकर शव साले को सौंप दिया।
मामले में नया मोड़ तब आया जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मृतक के शरीर के बाएं हिस्से में गंभीर चोटें थीं और आंतों में अत्यधिक फ्रैक्चर पाए गए। इन चोटों के कारण ही मौत हुई थी। पुलिस की कड़ी पूछताछ में साले ने जीजा की हत्या स्वीकार की और बताया कि जीजा ने उसे गाली-गलौज की थी।
आक्रोश में आकर उसने पहले डंडे से शरीर पर हमला किया और बाद में ईंट से हमला कर हत्या कर दी। हत्या के बाद पास वाली झोपड़ी में सो गया। दरअसल, मामला 13 अप्रैल का है, जब हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना क्षेत्र की एक झोपड़ी में पुलिस को शव मिला था।
. झोपड़ी से आई बदबू, मिला युवक का शव सब इंस्पेक्टर पारुल यादव ने बताया कि 13 अप्रैल को लोगों को बदबू आने पर झोपड़ी में लाश होने की थाने पर सूचना मिली थी। थाना प्रभारी महावीर प्रसाद जाब्ते के साथ प्रजापति छात्रावास के पीछे पहुंचे थे। जहां पर मध्य प्रदेश निवासी कोडरी सीताराम (30) पुत्र रघुनाथ का शव मिला था। जो मजदूरी का काम करते थे।
2. पुलिस को गुमराह कर शव ले गया MP सब इंस्पेक्टर पारुल यादव ने बताया कि मौके पर मौजूद मृतक का साला मस्तराम ने पुलिस को बताया कि वह अपने जीजा के साथ झोपड़ी में रहकर मजदूरी करता है। उसका जीजा तीन-चार दिन से काम पर नहीं जा रहा था और शराब पी रहा था। साले ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि जीजा नशे की हालत में भूख-प्यास व गर्मी से मर गया होगा। बाद में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवा कर शव साले को सुपुर्द किया और वह शव लेकर मध्य प्रदेश चला गया।