अजमेर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 28 निर्दाेष नागरिकों की निर्मम हत्या पर सूफी संत ख्वाजा मोइनुददीन चिश्ती की अजमेर स्थित दरगाह के सज्जादानशीन और चिश्ती फाउंडेशन के चैयरमेन हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने एक बयान जारी कर घटना की निंदा की है और पीडित परिवार के प्रति हार्द्विक संवेदना व्यक्त की है। चिश्ती ने कहा कि हम अत्यंत व्यथित और शोकाकुल हैं। यह हमला न केवल निर्दाेष पर्यटकों पर किया गया एक कायरतापूर्ण कृत्य है, बल्कि सम्पूर्ण मानवता पर एक गहरा आघात है। दरगाह अजमेर शरीफ़ की ओर से हम इस अमानवीय कृत्य की सख्त मज़म्मत करते हैं। हम उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया है। हम घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की दुआ करते हैं।
यह हमला एक बार फिर हमें याद दिलाता है कि आतंकवाद सम्पूर्ण मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। हमें एकजुट होकर ऐसे कृत्यों के विरुद्ध खड़ा होना होगा और शांति, सहिष्णुता और मानवता के मूल्यों की रक्षा करनी होगी। हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि इस हमले के दोषियों को शीघ्र न्याय के कठघरे में लाया जाए और आतंकवाद के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएं। हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे शांति और एकता बनाए रखें और आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर खड़े हों।
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