बुधवार (21 मई 2025) को दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट में भयानक टर्बुलेंस हुआ, जिससे 227 यात्रियों में डर का माहौल बन गया. यह फ्लाइट एक बड़े तूफान से गुजर रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ. टर्बुलेंस तब होता है, जब हवा की गति या दिशा अचानक बदलती है. यह आमतौर पर बादलों, तूफानों या तेज हवाओं (जेट स्ट्रीम) के पास होता है. इंडिगो फ्लाइट के साथ जो हुआ, वह एक तेजी से बढ़ते तूफान की वजह से था. तूफान में तेज ऊपर की हवा (अपड्राफ्ट) और नीचे की हवा (डाउनड्राफ्ट) बनती है, जिससे हवाई जहाज हिलने लगता है. तूफान में हवा बहुत तेजी से ऊपर-नीचे चलती है. अपड्राफ्ट: जब गर्म हवा तेजी से ऊपर जाती है, उसे अपड्राफ्ट कहते हैं. यह ज्यादातर सूरज की गर्मी से होता है, जब जमीन गर्म होकर हवा को गर्म करती है. गर्म हवा हल्की होती है, इसलिए ऊपर चली जाती है. इस दौरान हवाई जहाज भी ऊपर की ओर खिंच जाता है. डाउनड्राफ्ट: जब ठंडी हवा नीचे की ओर आती है, उसे डाउनड्राफ्ट कहते हैं. यह तब होता है, जब बादलों में पानी की बूंदें ठंडी होकर नीचे गिरती हैं. इससे हवा भारी होकर नीचे आती है. हवाई जहाज को भी नीचे खींचती है.
इंडिगो फ्लाइट के साथ क्या हुआ?
इंडिगो फ्लाइट एक बड़े तूफान से गुजर रही थी. पहले उसे अपड्राफ्ट का सामना करना पड़ा, जिससे फ्लाइट करीब 3 किलोमीटर ऊपर चली गई. इसके बाद डाउनड्राफ्ट हुआ, जिसने फ्लाइट को तेजी से नीचे खींचा. इस दौरान तूफान में ओले (हेलस्टोन्स) भी बने, जिन्होंने फ्लाइट की नोज को तोड़ दिया. जेनामणि ने बताया किजब हवा ऊपर जाती है, तो पानी की बूंदें ठंडी होकर ओले बनाती हैं. इन ओलों ने फ्लाइट के आगे के हिस्से को नुकसान पहुंचाया.बुधवार को पंजाब से उत्तर प्रदेश तक पूरे उत्तर-पश्चिमी इलाके में बड़ा तूफान था. ऐसे में पायलट को तूफान से बचकर दूसरा रास्ता लेना चाहिए था. पायलट ने तूफान से बचने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में जाने की अनुमति मांगी, लेकिन पाकिस्तान ने इजाजत नहीं दी. मजबूरी में फ्लाइट को तूफान से होकर गुजरना पड़ा. पायलट ने सही फैसले लेते हुए फ्लाइट को सुरक्षित ऊंचाई पर रखा और ज्यादा नुकसान होने से बचाया