नई दिल्ली:
बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट की 14वीं क्रॉस रोड में यह रविवार भी किसी आम रविवार की ही तरह गुजर रहा था. लेकिन दोपहर खत्म होते-होते हालात बदल गए. पुलिस के सबसे ऊंचे ओहदे पर रह चुका अफ़सर, खुद अपने ही घर में, खाने की टेबल पर कत्ल कर दिया गया... और कातिल कोई और नहीं, उसकी पत्नी निकली. पुलिस की जांच और आरोपी पत्नी पल्लवी (Pallavi) के बयान से जो तथ्य सामने आए हैं, वे इस घटना को और भी रहस्यमय और खौफनाक बना देते हैं.
खाने की मेज पर शुरू हुआ खूनी खेल का सिलसिला
रविवार की दोपहर, जब रिटायर्ड डीजीपी ओम प्रकाश अपने घर के डाइनिंग टेबल पर दोपहर का भोजन कर रहे थे, तब उन्हें ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि उनकी थाली में परोसी मछली के साथ उनकी ज़िंदगी का आख़िरी निवाला भी परोसा जा चुका है. इसके बाद पेट, सीना और शरीर के दूसरे हिस्सों पर लगातार वार होते रहे. पूर्व डीजीपी प्रकाश ने बचने की कोशिश की, लेकिन ज़मीन पर गिर पड़े. पत्नी ने उनके ऊपर कंबल फेक दिया. खून से लथपथ शरीर फर्श पर तड़पता रहा. पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रकाश ने अपनी जान बचाने की कोशिश की लेकिन लेकिन पल्लवी के हाथों वो बच नहीं पाए. इस दौरान उन्होंने ज़मीन पर खून के धब्बों के साथ घिसटने की कोशिश भी की, लेकिन बच नहीं पाए. पुलिस जब पहुंची, तब तक सब खत्म हो चुका था और मछली की खुशबू वाले खाने का कमरा अब खून की बू से भर चुका था.
हत्या की आरोपी पल्लवी ने क्या कहा?
हत्या के बाद पल्लवी ने एक रिटायर्ड IPS अधिकारी की पत्नी कॉल कर कहा कि मैंने राक्षस को मार डाला. इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल करके ओम प्रकाश के खून से लथपथ शव को दिखाया. पल्लवी ने दो अन्य लोगों को भी फोन करके घटना की सूचना दी, जिनमें से एक ने पुलिस हेल्पलाइन 112 को सूचित किया.
आरोपी पल्लवी ने पहले ही पति पर लगाए थे गंभीर आरोप
पल्लवी ने आरोप लगाया था कि मेरी बेटी को मानसिक बीमार दिखाने के लिए ड्रग्स दिए जा रहे हैं. वो अपनी आवाज़ उठाने लगी तो उसे पागल साबित किया जा रहा है. हम बेहद खतरनाक स्थिति में हैं. आरोपी महिला ने कहा था कि मेरा पति पैसे और पॉवर के लिए सबकुछ कर सकता है. वो मुझे और मेरी बेटी को मानसिक रूप से बीमार घोषित करना चाहता है ताकि अपनी करतूतें छुपा सके.
हत्या के तरीके और बाद की कॉल्स से ये तो साफ है कि पल्लवी मानसिक रूप से काफी तनाव में थी. लेकिन क्या उसने यह सब पहले से सोच रखा था? क्या ये कत्ल एक रणनीति का हिस्सा था? या फिर यह उस गुस्से और दर्द का विस्फोट था, जो बरसों से जमा हो रहा था? जवाब फिलहाल पुलिस की चार्जशीट और मेडिकल रिपोर्ट में छिपा है. लेकिन एक बात तय है. बेंगलुरु की इस घटना ने कानून, रिश्तों और विश्वास तीनों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
संपत्ति विवाद या मर्डर के पीछे है कोई और कारण
पुलिस की जांच में एक अहम सुराग सामने आया है संपत्ति विवाद. सूत्रों के मुताबिक, ओम प्रकाश अपनी सारी संपत्ति अपने बेटे कार्तिक को ट्रांसफर करना चाहते थे. इस फैसले से पल्लवी नाराज थीं. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हत्या से पहले ओम प्रकाश और पल्लवी के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई थी. क्या यह विवाद इतना गहरा था कि पल्लवी ने अपने पति की हत्या कर दी?